ईद से पहले सदका-ए-फित्र अदा करने का प्रावधान है इस्लाम में। यह सदका रोजे के लिए बे-हयाई और बेकार बातों से पाक होने के लिए या रोजदारों से कोताही,कमी या ज्यादती को दूर करने के लिए दिया जाता है।
बिहारशरीफ के ईमारत शरिया के स्थानिये काजी मंसुरुल हक़ ने बताया की फितरा दान की कई किस्मो में से एक किस्म है जो ईद के नमाज से पहले पैसे या अनाज के शकल में देना होता है।
उन्होंने ने आगे बताया की अगर कोई रोजेदार अनाज देना चाहे तो एक किलो 633 ग्राम गेहूं फ़ित्र के शकल में देसकता है या या उसके बराबर की कीमत।
बाजार में गेहूं व चावल की कीमत के हिसाब से 41 रूपया सदका ए फितर तय किया गया है।
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